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खबरें 30 सितंबर

कासगंज : नगला थान में लोग गंदगी में रहने को मजबूर, कच्ची कीचड़ युक्त गालियाँ, ग्रामीण जनसुनवाई पोर्टल पर भी कर चुके हैं शिकायत 



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लखनऊ : विगत रात्रि लखनऊ में एपल के ऐरिया मैनेजर विवेक तिवारी की पुलिस की गोली से मौत हो गयी। 

विवेक तिवारी का दोष सिर्फ इतना था कि वो एपल के लाॅचिग के एक कार्यक्रम से घर वापस लौट रहे थे। उनके साथ उनकी एक महिला सहकर्मी थीं, जिन्हें उनको रास्ते में उनके घर पर ड्राप करना था। मध्य रात्रि में उनको दो सिपाही रोकते हैं, लेकिन विवेक यह नहीं समझ पाते कि पुलिस वाले हैं, और गाड़ी नहीं रोकते हैं। इतने में एक गोली सनसनाती हुई आती है और उनके सिर में घुस जाती है। यही गोली उनकी णौत का कारण बन जाती है। और फिर शुरू हो जाता है आरोप प्रत्यारोप का दौर क्योँ कि पुलिसकर्मियों को स्वयं को निर्दोष सिद्ध करना है। लेकिन उच्चाधिकारियों और सरकार ने सिपाहियों के खिलाफ कार्यवाही का मन बना लिया है और दोष माना है । प्रश्न यह उठता है कि निजी वाहन से यात्रा करना भी अपराध की श्रेणी में आता है क्या? उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विवेक शून्य पुलिसकर्मी नियुक्त किये जाते हैं क्या? किसी महिला के साथ सफर करना एक आम नागरिक को संदिग्ध कर देता है क्या पुलिस कर्मी की नजर में? घोर निन्दनीय कृत्य है,  बेवजह दो बच्चियों को अनाथ कर दिया गया।
रिपोर्ट : दविन्दर चण्डौक

लखनऊ मे विवेक तिवारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ठुड्ढी में गोली लगने की पुष्टि, अधिक रक्तस्राव से मौत


उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस की चेकिंग के दौरान कार न रोकने पर सिपाही ने कार पर गोली चलाई । इसके बाद कार अंडरपास के पिलर से टकरा गई और कार में सवार Apple कंपनी के मैनेजर विवेक तिवारी की मौत हो गई।विवेक मूल रूप से सुल्तानपुर कुड़वार क्षेत्र के सरैंया माफी गांव के रहने वाले थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में विवेक तिवारी की ठुड्ढी में गोली लगने की पुष्टि हो गई है। गोली गर्दन व सिर के बीच में फंसी। जिसके कारण अधिक रक्तस्राव से मौत हो गई।

लखनऊ मे  विवेक तिवारी  पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ठुड्ढी में गोली लगने की पुष्टि, अधिक रक्तस्राव से मौत
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दरअसल लखनऊ का पॉश इलाका माने जाने वाले गोमतीनगर में शुक्रवार देर रात की इस घटना से पुलिस महकमे में खलबली मच गई। घटना देर रात करीब डेढ़ बजे की है। कार में विवेक तिवारी के साथ सना नामक युवती भी थी। सना भी विवेक के साथ मशहूर I-Phone बनाने वाली कंपनी एपल में कार्यरत है। दोनों सिपाही इस समय गोमतीनगर थाने में हैं, इनका मेेडिकल कराया जा रहा है।पुलिस का कहना है कि चेकिंग दौरान काले रंग की महिंद्रा एक्सयूवी 500 कार को रोकने का इशारा किया गया। कार सवार ने गाड़ी की स्पीड तेज कर दी, जिससे पुलिस की बाइक पर सवार दो सिपाही को चोट लग गई। इनमें से एक ने कार पर गोली चला दी। मृतक विवेक तिवारी सुलतानपुर के शंकरपुरम करौंदिया निवासी है। युवक पिता उदय नारायण है, जो बैंक में मैनेजर रहे हैं। युवक दो भाई हैं। दूसरा भाई नीरज छोटा है। विवेक तिवारी एपल कंपनी में एरिया मैनेजर के पद कार्यरत थे। घर में उनकी पत्नी कल्पना बेटी शिवी और सानू हैं। विवेक एप्पल मोबाइल कम्पनी में चार साल से एरिया सेल्स मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। शुक्रवार को कम्पनी ने मोबाइल का नया मॉडल लॉन्च किया था। मोबाइल की लांचिंग कराने के बाद टीम मेम्बत सना को विभूति खण्ड स्थित आफिस से कार से उसके घर छोड़ने जा रहे थे।

विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना ने कहा कि विवेक ने फोन पर बताया था कि वो सना को छोडऩे के बाद घर पहुंचेंगे। मैंने बाद में फोन किया तो एक आदमी ने उठाया जिसने कहा कि एक्सीडेंट हो गया है। आप लोहिया अस्पताल पहुंचे। मैं लोहिया गई तो गोली की बात नहीं बताई गई। वहां कहा गया कि छोटा सा एक्सीडेंट था। इसके बाद में डॉक्टर ने कहा कि उनके सिर पर चोट लगी थी जिसके बाद ब्लीडिंग बहुत हुई और उन्हें बचाया नहीं जा सका।उन्होंने कहा कि मैं तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जवाब चाहती हूं, पुलिस ने मेरे पति को मार दिया। अगर वो जैसी भी हालत में थे उन्हें गोली क्यों मारी गई। आरटीओ से नंबर के जरिए पता करते और फिर घर आते। गोली मारने की जरूरत क्यों आई।इस बीच विवेक तिवारी की सहयोगी सना को पुलिस ने मीडिया से दूरी बनाए रखने के लिए नजरबंद कर दिया है।जिसके बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। सना सिपाही द्वारा युवक को गोली मारने में मुख्य गवाह है। उन्हें गोमतीनगर के विनयखंड 3 स्थित उनके घर में पुलिस ने नजरबंद किया है। घटना के वक्त सना विवेक के साथ कार में मौजूद थी। फिलहाल पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। विवेक तिवारी एपल में एरिया सेल्स मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। विवेक नए आईफोन की लॉन्चिंग करके लौट रहे थे। विवेक तिवारी के परिवार में दो बहने हैं। रास्ते में पुलिस ने उन्हें गाड़ी रोकने का इशारा किया तो बात बढ़ गई और कॉन्स्टेबल ने विवेक पर गोली चला दी। एसएसपी के मुताबिक आरोपी कॉन्स्टेबल को हिरासत में ले लिया गया है।

विवेक तिवारी की सहकर्मी सना इस वक्त गहरे सदमे में हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल तो मैं कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हूं। मीडिया ने पुलिस पर दबाव बनाया। इसीलिए सहकर्मी पुलिस के कहने पर सामने स्कार्फ बांध कर आई।सना ने कहा कि मैं तो सिर्फ चाहती हूं कि दोषी को सख्त से सख्त सजा मिले। मैं किसी भी दबाव में नहीं हूं। प्रदेश की पुलिस का यह व्यवहार देखकर बेहद भयभीत सना से इससे आगे कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि गोमतीनगर थाने में कॉन्स्टेबल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता सना खान ने बताया है कि शुक्रवार देर रात अपने साथ काम करने वाले विवेक तिवारी के साथ घर जा रही थीं। सीएमएस गोमतीनगर विस्तार के पास उनकी गाड़ी खड़ी थी, तभी सामने से दो पुलिसवाले आए और इन्होंने बचकर निकलने की कोशिश की।वहीं, घटना के वक्त विवेक के साथ गाड़ी में मौजूद सहकर्मी सना का आरोप है कि कॉन्स्टेबल ने बाइक दौड़ाकर विवेक के गले में गोली मारी। सना की शिकायत पर ही हत्या का मामला दर्ज किया गया है।एसएसपी ने कहा कि दो अन्य पुलिसवालों ने भी उन्हें रोकने की कोशिश की तो वह नहीं रुके और कॉन्स्टेबल ने गोली चला दी। इसके बाद घबराकर उनकी कार अंडरपास के पिलर से टकरा गई और विवेक को गहरी चोट आई। पुलिस उसे अस्पताल ले गई जहां देर रात उसकी मौत हो गई। मौके पर आला-अधिकारी पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया। विवेक के शव को भी पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से एसएसपी ने बताया कि बच निकलने के चक्कर में विवेक की गाड़ी ने एक पुलिसवाले की मोटरसाइकल को भी टक्कर मारी। इस घटना के बाद कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने एक फायर किया, जिसके बाद बुलेट कार के विंड शील्ड को पार कर गई।मोबाइल की लांचिंग कराने के बाद विवेक तिवारी टीम मेम्बर सना को विभूति खण्ड स्थित आफिस से कार से उसके घर छोड़ने जा रहे थे।

आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी ने बताया कि हमने कार को रोकने का प्रयास किया, लेकिन रुकने की बजाय हम लोगों की मोटरसाइकिल पर चढ़ा दी। जिसके बाद हम ने गोली चलाई। सबसे खास बात है कि आरोपी सिपाही अपने को बचाने के लिए झूठी कहानी तैयार करके बयान दे रहा है। दोनों सिपाहियों को न को खरोंच आई और न ही उनकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हुई है। घटना गोमतीनगर इलाके के मकदूमपुर पुलिस चौकी की है।आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी को हिरासत में लिया गया है। आरोप है कि पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो युवक ने कार चढ़ाने की कोशिश की। इस पर सिपाही प्रशांत चौधरी ने फायरिंग कर दी।विवेक तिवारी के बहनोई विष्णु शुक्ल ने इस मामले की निष्पक्ष सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने सवाल किया कि क्या विवेक कोई आतंकी था जो पुलिस ने उसको गोली मार दी। मृतक विवेक तिवारी के रिश्तेदार विष्णु शुक्ला ने कहा कि क्या वह आतंकवादी थे जो पुलिस ने गोली मार दी? हम योगी आदित्यनाथ को अपने प्रतिनिधि के रूप में चुनते हैं, हम चाहते हैं कि वह इस घटना का संज्ञान लें और निष्पक्ष सीबीआई जांच की मांग करें.उन्होंने कहा कि हम लोग सीएम योगी आदित्यनाथ को अपना प्रतिनिधि मानते हैं। उनको इस घटना को तत्काल संज्ञान में लेना चाहिए। इसके साथ ही इस पूरे प्रकरण की हम निष्पक्ष सीबीआई जांच की मांग करते हैं। मुख्यमंत्री को इस मामले की सीबीआई जांच का आदेश देना चाहिए। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है। इस प्रकरण में अगर किसी भी निर्दोष की हत्या हुई है तो वह जांच में सामने आ जाएगा। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
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कासगंज : कासगंज के थाना क्षेत्र सिढपुरा के गांव मगथरा में दवंगों ने की महिला से अशलील हरकतें

एवं महिला के द्वारा विरोध करने पर पीट पीट कर किया लहू लुहान ,
साथ ही परिवार के साथ भी की मारपीट, वहीं पुलिस ने भी दिया दवंगों का साथ उलटा  उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया, वहीं महिला ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक श्री अशोक कुमार को दी, पुलिस अधीक्षक कार्यालय से लोटने के बाद महिला एवं उसका परिवार पूरी तरह सदमें में है,वहीं उर्मिला देवी पत्नी कुवंर पाल नि.मगथरा ने बताया कि पुलिस द्वारा उपरोक्त लोगों का साथ देने से इनके होसलै ओर बुलंद हैं बार बार  पीडित परिवार को गांव में न रहने देने की धमकी उपरोक्त गुडां तत्व के द्वारा दी जा रही हैं, मारपीट में होरी लाल, राजू, दुवे, एवं पप्पू पु.राम चंद्र नि.मगथरा सामिल हैं जिनमें कुछ लोग आठ न.रजि.मैं भी निरुध हैं, मगर पुलिस सायद किसी अप्रिय घटना के इंतजार में लग रही है
कासगंज से संतोष कुमार की रिपोर्ट
सच्ची पहल समाचार
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चंदौली -पंडित दीनदयाल नगर में पेट्रोल पंप पर जमकर छली जा रही आम जनता,प्रशासन अनभिज्ञ     

 ✍️खबर चंदौली जनपद के पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर से है जहां एक तरफ पेट्रोल की कीमत में आग लगी हुई  है तो दूसरी तरफ ग्राहकों की जेब पर डाका डालने के लिए सफेदपोश जेब कतरे जगह जगह अपनी दुकान सजाए हुए हैं ।ताजा मामला पंडित दीनदयाल नगर के अग्रवाल पेट्रोल पंप का है जहा बीती रात नोजल मैन ने एक बाइक में 100 रु का पेट्रोल भरा लेकिन उसके बाइक में पेट्रोल कम दिखा तो बाइक सवार ने हंगामा किया और बोतल में पेट्रोल को निकालकर उसे दिखाया। काफी हो हल्ला के बाद पम्प मालिक ने गलती मानी और उसे दोबारा पेट्रोल दिया।सवाल यह है कि आम जनता पेट्रोल की लगातार बढ़ती हुई कीमतों से परेशान है और ये जेब कतरे प्रतिदिन न जाने कितने ग्राहकों की जेब काटते होंगे।                  

बाइट - सुबाष                         

रिपोर्ट- विनय तिवारी जनपद चंदौली

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अमरोहा : गवाह का बना जानी दुश्मन मैराज

पुरानी रंजिश के चलते दो पक्षो में हुई गोलीबारी 

पीड़ित रूकसार थी पिछले चल रहे  2015  की  मुकदमे  की गवाह ।

 मामला उत्तर प्रदेश के जनपद अमरोहा  हसनपुर  तहसील का है किसी बात को लेकर दोनो पक्ष एक दूसरे के जान से मारने पर उतारू हो गये  बताया जाता है कि  रूकसार पिछले तीन साल से चल रहे मुकदमे की गवाह  है  गोली लगने से पीड़ित रूकसार घायल  को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल हसनपुर लाया गया लेकिन हालत ज्यादा नाजुक होने के कारण  जिला अस्पताल  रेफर कर दिया लेकिन जिला अस्पताल में भी रुकसार की हालत सही नही बताई गयी स्थिति के अनुसार जिला अस्पताल से मुरादाबाद को रेफर कर दिया गया  जैसे आस पास लोगों को इस घटने के बारे में पता चला तो लोगों में दहसत का माहोल बन गया मौके पर भारी पुलिस बल के साथ अपर पुलिस अधीक्षक पंहुच कर मामले की जाच की  सूत्रों से मिली जानकारी से पता चलता है कि हसनपुर थाना क्षेत्र के गांव काला खेड़ा में लग तीन साल पहले धोबी व बन्जारे समुदाय में झगड़ा  हुआ था उस वक्त गैंगरेप का  बहादर ,राहत मैराज ,खालिद आलम भर्रा पर मुकदमा हसनपुर कोतवाली में दर्ज हुआ था  पिछले तीन सालो से मुकदमा माननीय न्यायालय में विचाराधीन था पीड़ित रूकसार के पिता इरफान पुत्र अल्ला बक्स ने बताया कि हमारे मुकदमे की एक अक्टूबर को माननीय न्यायालय में तारीख है ओर  तारीख की  रूकसार गवाह है  गवाही की वजह से  मैराज ने रूकसार पर गोली  चलाई  ओर गोली रुकसार के बाजू के आर पार हो गयी ।
आपको बतादें कि अमरोहा जनपद की हसनपुर कोतवाली इलाके के काला खेड़ा गांव में पिछले तीन सालों से दो परिवारों के बीच पुरानी रंजिश चली आ रही है जिसकी वजह से दोनों पक्षो के लोग हमेशा जरा जरा सी बात पर लड़ने मरने को तैयार हो जाते हैं ।। आज भी कुछ ऐसा ही हुआ जब बकरी के बच्चे के घर मे घुस जाने की वजह से दोनों पक्षो में मारपीट का माहोल बन गया लेकिन जैसे रूकसार की माता ने बताया कि इसी बात को लेकर मैराज पुत्र बहादर ने हमारे घर चढ़ाई करते हुऐ गोली चला दी ओर वह गली रूकसार आयू 23 वर्ष के लग गयी मामला थोड़ी ही देर में खूनी संघर्ष में बदल गया ।मामला पन्द्रह जून दो हजार पन्द्रह रात्रि का था
रिपोर्ट : इरशाद  अहमद
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पुलिस ने मोबाइल चोर गिरोह का किया पर्दाफाश, दो गिरफ्तार


फैजाबाद।  पुलिस ने मोबाइल सेंटर से बीते दिनों हुई मोबाइल और लैपटाॅप चोरी का पर्दाफाश करते हुए चोर गिरोह के दो चोरों को गंगौली चौराहा के पास गिरफ्तार कर लिया। चोरों की निशानदेही पर चोरी 68 मोबाइल फोन व एक लैपटाॅप बरामद किया गया है।  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मोबाइल चोरों को गिरफ्तार करने वाले पुलिस दल को 25 हजार रूपया पुरस्कार देने की घोषणा किया है।शनिवार को यह जानकारी पुलिस लाइन सभागार में पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक नगर अनिल सिंह सिसोदिया ने दिया*
*उन्होंने बताया कि पूराकलन्दर थाना क्षेत्र के श्री आॅटो मोबाइल सेंटर में 31 जुलाई की रात में चोरों ने भारी मात्रा में मोबाइल फोन और लैपटाॅप चुरा लिया था। इस मामले में व्यवसायी ने पूराकलन्दर थाना क्षेत्र में प्राथमिकी दर्ज करायी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चोरी की इस घटना का पर्दाफाश करने के लिए मुखबिरों का जाल बिछाया गया। चोरों की सुरागरसी, पतारसी में प्रभारी निरीक्षक नितीश कुमार श्रीवास्तव, उप निरीक्षक अश्वनी सिंह, आरक्षी अजीत कुमार, आरक्षी निखिल नागर, आरक्षी पुष्पेन्द्र कुमार, स्वाट टीम प्रभारी सुनील सिंह, सर्विलांस प्रभारी अमित सिंह आदि को लगाया गया। मुखबिर खास की सूचना के आधार पर मोबाइल चोरों की मौजूदगी का पता गंगौली चैराहे पर चला। पुलिस ने घेराबंदी करके चैराहे पर घूम रहे दो शातिर चोरों को गिरफ्तार कर लिया। पूंछताछ के बाद चोरों ने अपना नाम, पता दिवाकर पुत्र जोखूराम निवासी ग्राम सनेथू खास और अरूण चैरसिया पुत्र मंगरू चैरसिया निवासी ग्राम नरायनपुर बताया। उन्होंने बताया कि मु.अ.सं. 366/18 आईपीसी की धारा 380, 457, 411 के तहत मुकदमा कायम कर जेल भेजा जा रहा है

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