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23 मार्च 2024

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➡लखनऊ- सूत्रों के हवाले से खबर,एक दर्जन सीटों पर चुनाव लड़ेगी अपना दल (K),सपा से गठबंधन टूटने के बाद लिया बड़ा फैसला,11 बजे प्रेसवार्ता में पल्लवी पटेल कर सकती हैं घोषणा,अभी तक अपना दल (K) ने 3 सीटों पर प्रत्याशी उतारे,प्रतापगढ़, बांदा, भदोही, प्रयागराज में प्रत्याशी उतार सकती हैं,वाराणसी, चंदौली, राबर्ट्सगंज में प्रत्याशी दे सकती है पार्टी. ➡लखनऊ- भाजपा लगभग 300 रैलियां और सभाएं करेगी,भाजपा चुनाव संचालन समिति में तय हुई जिम्मेदारी,स्वतंत्रदेव सिंह को मिली रैलियों की जिम्मेदारी,जितिन प्रसाद अन्य व्यवस्थाओं पर रखेंगे नजर,मंत्री जेपीएस राठौर बाकी चुनाव प्रबंधन देखेंगे,पीएम मोदी, सीएम योगी की रैली हर क्षेत्र में होगी. ➡ग़ाज़ियाबाद- शातिर चेन स्नेचर मुठभेड़ में हुआ घायल,साहिबाबाद इलाके में महिला से की थी चेन स्नेचिंग,गिरफ्तारी के बाद भागने की कोशिश की थी,असलहा बरामदगी के दौरान भागने की कोशिश की थी,पुलिस की जवाबी कार्रवाई में लगी गोली,साहिबाबाद थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़. ➡ग्रेटर नोएडा- एल्विश यादव के मामले में आज सुनवाई होगी,एल्विश की जमानत याचिका पर आज सुनवाई,NDPS कोर्ट में जमानत याचिका पर आ

25 अक्टूबर 2020

कनबई  कालबेलिया समाज के बंधु अपने पूर्वजों द्वारा स्थापित वर्षों से चली आ रही समाज की परंपराओं का निर्वहन करते हुए नवरात्रि के 9 दिनों तक  उपवास एवं वाडी स्थापना करते हैं एवं कठिन तपस्या करते हैं साथ ही निराहार भी रहते हैं उसके बाद  दशहरे के दिन धूमधाम से वाड़ी विसर्जन गांव के तालाब में करते हैं इस बार  मुख्य  साधक  कचरू भाई कालबेलिया थे कोरोना वायरस को देखकर संख्या बहुत सीमित कर दी थी कार्यक्रम में भाजपा नेता धुलेश्वर वसोहर, अनिल ननोमा ,अजय लिंबात, गिरीश टेलर ,नरेश टेलर, राजू महाराज, हमजु महाराज, अर्जुन गमेती, सुभाष गमेती ,कन्यालाल कालबेलिया सहित बड़ी संख्या में ग्राम वासियों ने भाग लिया ।

➡जम्मू कश्मीर- जम्मू कश्मीर में 2G तक ही सीमित रहेगी इंटरनेट सेवा, मोबाइल इंटरनेट की गति 2G तक ही सीमित रहेगी, 12 नवंबर तक केवल 2G तक ही सीमित रहेगी सेवाएं, गंदेरबल,ऊधमपुर जिलों को छोड़कर 2G रहेगी सेवाएं, पोस्टपेड, प्रीपेड सिम कार्ड पर ही उपलब्ध कराई जाएंगी सेवाएं.

➡दिल्ली- बिहार चुनाव से पहले 2 स्टार प्रचारकों को कोरोना, राजीव प्रताप रूडी,शाहनवाज हुसैन कोरोना पॉजिटिव, सूत्रों के अनुसार मंगल पांडे भी कोरोना से ग्रसित हैं, उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी की तबियत भी खराब, 23 अक्टूबर को पीएम मोदी की बिहार में जनसभा, जनसभा में मंच पर आने वालों का कोरोना टेस्ट होगा, सभी नेताओं और अधिकारियों का कोरोना टेस्ट होगा.

➡दिल्ली- बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे मुलाकात, आज किसानों से मिलेंगे अध्यक्ष जेपी नड्डा, पार्टी मुख्यालय में 3.30 बजे मुलाकात होगी.

➡लखनऊ- तहसीनगंज में सेक्स रैकेट का हुआ खुलासा, सेक्स रैकेट चलवाने वाले बाबा का वीडियो वायरल, अश्लील बाबा सेक्स रैकेट चलाते पकड़ा गया, दरगाह के पास बने कमरे में सेक्स रैकेट, पाखंडी काले बाबा स्थानीय लोगों के हत्थे चढ़ा, स्थानीय लोगों ने रैकेट का किया खुलासा, सोशल मीडिया पर अश्लीलता करते वीडियो वायरल, ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के तहसीनगंज का मामला

➡इटावा- युवक ने महिला के साथ किया दुष्कर्म, महिला के शोर मचाने पर आरोपी फरार, पुलिस ने महिला को मेडिकल के लिए भेजा, पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी को किया अरेस्ट, जसवंतनगर क्षेत्र के केस्थ का मामला.

➡लखनऊ- बाइक सवार ने रिक्शा चालक को पीटा, रॉग साइड से आ रहे बाइक सवार ने पीटा, दबंग पिटाई कर मौके से हुआ फरार, ठाकुरगंज थाना इलाके का मामला.

➡लखनऊ- पुलिस ने 2 अभियुक्तों को गांजे के साथ पकड़ा, पुलिस ने 400 ग्राम गांजा के साथ किया गिरफ्तार, लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र निवासी है दोनों.

➡बुलंदशहर- नगर पालिका ने आवारा जानवरों को पकड़ा, जहांगीराबाद समेत कई इलाकों से जानवरों को पकड़ा, आवारा जानवरों को पकड़कर गौशाला में पहुंचाया, नगर पालिका कर्मचारियों ने पशुओं के साथ की क्रूरता, आवारा जानवरों को पकड़कर ट्रक के पीछे बांधा, ट्रक में खींचकर ले जाते समय जानवर घायल, बुलंदशहर कोतवाली नगर इलाके का मामला.

➡ग्रेटर नोएडा- दुष्कर्म के आरोपी से पुलिस की मुठभेड़, मुठभेड़ के दौरान आरोपी को लगी गोली, दारोगा का पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, पुलिस ने आरोपी को अस्पताल में कराया भर्ती, आरोपी को लेकर क्राइम सीन पर गई थी पुलिस, कल बच्ची से दुष्कर्म के आरोपी में पकड़ा था, सूरजपुर के मोजर बेयर कंपनी के पास मुठभेड़

➡बुलंदशहर- CM योगी आदित्यनाथ का बुलंदशहर दौरा, दोपहर 12 बजे तक CM पहुंचेंगे बुलंदशहर, पुलिस लाइन में उतरेगा CM का हेलीकॉप्टर, नुमाइश ग्राउंड में CM योगी की जनसभा, एक घंटे बुलंदशहर में रहेंगे सीएम योगी, जनसभा स्थल पर सुरक्षा चाक चौबंद हुई, शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा.

➡अमरोहा- आज अमरोहा आएंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, चुनावी जनसभा को सम्बोधित करेंगे CM योगी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह रहेंगे मौजूद, भाजपा प्रत्याशी संगीता चौहान के समर्थन में करेंगे रैली, स्व. चेतन चौहान की पत्नी लड़ रही हैं उपचुनाव, नौगावां विधानसभा के रजौहा में होगी जनसभा.

➡मेरठ - नगर आयुक्त को कचरे पर पड़ी तगड़ी फटकार, पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण ने फटकारा, लोहियानगर में क्यों लगा कूड़े का पहाड़-प्राधिकरण, लोहियानगर डंपिंग ग्राउंड बंद करने के आदेश, मुख्यमार्गों के किनारे क्यों लगे है कचरे के ढेर, कचरा निस्तारण के लिए कार्ययोजना क्यों नहीं?, प्राधिकरण के अध्यक्ष डॉ भूरेलाल ने फटकारा.

➡बाराबंकी - ससुराल में युवक को संदिग्ध हालत में लगी गोली, पुलिस ने घायल युवक को लखनऊ ट्रामा सेंटर भेजा, घटनास्थल से तमंचा और खोखा किया बरामद, युवक का पत्नी से न्यायालय में चल रहा था विवाद, लोनी कटरा क्षेत्र के जगतखेड़ा गांव की घटना.

➡कानपुर- त्योहारों के मद्देनजर पुलिस लाइन में बैठक, सभी सीओ,थाना प्रभारी को दिए गए निर्देश, मिशन शक्ति अभियान सफल बनाने के आदेश, थानों में महिला हेल्पडेस्क बनाने के आदेश, टॉप 10 अपराधियों पर कार्रवाई के आदेश, लंबित विवेचनाएं निस्तारित करने के आदेश.

➡चित्रकूट- भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष घायल, जय विजय सिंह सड़क दुर्घटना में गंभीर घायल, हालत नाजुक होने पर प्रयागराज किया गया रेफर, बेड़ी पुलिया में उनकी गाड़ी की ट्रक से टक्कर, ट्रक चालक ट्रक छोड़कर मौके से हुआ फरार.

➡अलीगढ़- सब्जी बेच रही किशोरी पर शोहदों ने किया कमेंट, किशोरी के शोर मचाने पर उसकी मां मौके पर पहुंची, पीड़िता की मां ने एक युवक को पकड़ा,3 फरार, युवक की जमकर की धुनाई,पुलिस को सौंपा, क्वार्सी इलाके के चौराहे के निकट की घटना.

➡अलीगढ़- पत्नी ने पति की चिता को दी मुखाग्नि, शव यात्रा में भी नहीं मिले चार कंधे, मानव उपकार शव यात्रा वाहन बना सहारा, स्वास्थ्य विभाग में आशा कर्मीं हैं सुलेखा, बन्नादेवी मुक्तिधाम में हुआ अंतिम संस्कार.

➡अलीगढ़- खिलौना फैक्ट्री में हादसे के बाद कार्रवाई, रिहायशी इलाके में बिना NOC के चल रही थी फैक्ट्री, एसीएम के नेतृत्व में जिला प्रशासन की कार्रवाई, देहली गेट थाना क्षेत्र में थी खिलौना फैक्ट्री.

➡अलीगढ़- निजी अस्पताल में बच्ची की मौत पर हंगामा, बच्ची को दौरे के चलते कराया था भर्ती, पैसे लेकर इलाज़ में लापरवाही का आरोप, रघुवीरपूरी के एसएन अस्पताल का मामला.

➡रायबरेली- ट्रक की टक्कर से गल्ला मंडी व्यवसायी की मौत, सड़क पार करते समय ट्रक की चपेट में आया, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, मिलएरिया थाना क्षेत्र के देवानंदपुर की घटना.

जम्मू- जम्मू कश्मीर में पीपल्स अलायन्स, JKPA के अध्यक्ष होंगे फारूक अब्दुल्ला, पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती उपाध्यक्ष होंगी, हम कागजात तैयार करेंगे- सज्जाद लोन, 'झूठ का पर्दाफाश करने के लिए कागजात', '1 महीने में कागजात तैयार करेंगे- सज्जाद लोन, 'यह जम्मू-कश्मीर के लोगों को श्रद्धांजलि होगी।  
➡लखनऊ- उत्तर प्रदेश में बनेगा पहला डाटा सेंटर, सीएम योगी ने दी परियोजना को मंजूरी, अब अन्य देशों पर नहीं रहेगी निर्भरता, डाटा सुरक्षित रखने के लिए होगा सेंटर, ग्रेटर नोएडा में बनेगा डाटा सेंटर पार्क ,  20 एकड़ में बनेगा डाटा सेंटर पार्क, मुंबई का हीरानंदानी समूह बनाएगा डाटा सेंटर, 10000 करोड़ रुपए का निवेश प्रस्ताव, निवेश के साथ बढ़ेंगे रोजगार के अवसर। 
➡लखनऊ- कल रविवार के दिन भी खुलेंगी सभी बैंक, योजना को लेकर जिलाधिकारी ने दिए आदेश, कार्य दिवस की तरह ही किया जाएगा काम,  पीएम स्वनिधि योजना को लेकर आदेश, लखनऊ की सभी बैंक खोलकर होगा कार्य, योजना के आवेदनों को स्वीकृत देना होगा, सभी नगर निकाय में कैंप लगाकर कार्य किया जाएगा, स्वनिधि योजना के तहत कार्य किया जाएगा।
➡लखनऊ- फिल्म 'मुगल सराय जंक्शन' का प्रदर्शन किया, दीनदयाल उपाध्याय के जीवन पर बनी है फिल्म,  ACS  नवनीत सहगल भी कार्यक्रम में मौजूद,  RSS प्रान्त प्रचारक कौशल भी कार्यक्रम में,  गोमतीनगर के मिशन इंटर कॉलेज फ़िल्म प्रदर्शित, पंडित दिनदयाल जी एक आदर्श थे- सहगल, उनके सिधान्तों को लोग जानें- नवनीत सहगल।   
         
➡लखीमपुर खीरी- बीजेपी विधायक शशांक वर्मा ने शिकायत की, तिकोनियां के 3 पीएसयू सेंटर की शिकायत की, धान खरीद में गड़बड़ी को लेकर शिकायत की, बोरे की कमी से धान खरीद प्रभावित- शशांक, 22 अक्टूबर तक 4400 क्विंटल खरीद-शशांक, 24 अक्टूबर तक 11400 क्विंटल खरीद-शशांक, बोरा नहीं तो 7000 क्विंटल धान कैसे खरीदा?, 2 दिन में 7000 क्विंटल धान खरीद कैसे हुई?
➡लखनऊ- मल्हनी विधानसभा उपचुनाव पर BJP की बैठक,  मल्हनी विधानसभा उपचुनाव को लेकर बैठक,  स्वतंत्रदेव ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की, 
 समस्त मोर्चों की बैठक को संबोधित किया,  'कार्यकर्ताओं की विजय हुंकार जीत दिलाएगी', बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव का ट्वीट।    
➡लखीमपुर खीरी- 950 रुपए प्रति क्विंटल में धान की खरीद,  खीरी में किसानों के हक पर डाका डाला जा रहा, केंद्र प्रभारी,कर्मचारी गायब,दलाल खरीद रहे धान, कई-कई दिन किसानों को दौड़ा रहा केंद्र प्रभारी,  24 दिन में सिर्फ 18 किसानों के धान की तौल,  कागज में दिखाने के लिए 586 टोकन बांट दिए, तिकुनिया मंडी में धान खरीद का बुरा हाल, लखीमपुर खीरी में अन्नदाता के साथ अन्याय। 
➡लखीमपुर खीरी- बीजेपी विधायक शशांक वर्मा ने शिकायत की, तिकोनियां के 3 पीएसयू सेंटर की शिकायत की,  धान खरीद में गड़बड़ी को लेकर शिकायत की,  बोरे की कमी से धान खरीद प्रभावित- शशांक,  इलाके में 4 क्रय केंद्र और खोलने की मांग की, लखीमपुर खीरी जिले के किसानों को बुरा हाल, धान क्रय केंद्रों पर किसान बैठकर रो रहा है।   
➡पीलीभीत- पीलीभीत जिले में आढ़तियों का बोलबाला, भोलेभाले किसानों के साथ आढ़तियों का खेल, किसानों के नामपर सरकारी सेंटरों पर देते धान, सरकारी सेंटरों पर धान तौलवाते हैं आढ़तिए, खाते खुलवाकर कागज अपने पास ही रखते हैं, पासबुक-चेक साइन करवाकर अपने पास रखी, धान खरीद को लेकर किसानों के खाते खुलाए,  आढ़तियों ने गांव-गांव में खुलवाए हैं खाते, किसानों को दे देते हैं मात्र 2-3 हजार रुपए।   
➡लखीमपुर खीरी- आदमखोर बाघ ने किसान की जान ली, बाघ ने किसान को बनाया अपना निवाला, बाघ के हमले में किसान की दर्दनाक मौत, पहले भी हमले मे हो चुकी कई की मौत, तिकुनिया के मंझरा पूरब का मामला।   
 
➡वाराणसी- BHU  के कुलपति आवास के बाहर धरना, कुलपति आवास के बाहर छात्रों का धरना, कंफ्लिक्ट मैनेजमेंट प्रवेश परीक्षा का मामला, चयन के बाद प्रवेश ना होने पर धरना, विवि पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराने का आरोप।
➡कानपुर देहात- संदिग्ध परिस्थितियों में बाजार में लगी आग, बाजार की दुकानों में लगी भीषण आग, आग लगने से दुकानदारों में मचा हड़कंप, घटना के बाद नहीं पहुंचा दमकल, दुकानदारों का लाखों का माल जलकर खाक, मंगलपुर क्षेत्र के झींझक कस्बे का मामला।     
➡गोरखपुर- 15 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार,  पुलिस मुठभेड़ में इनामी बदमाश अरेस्ट, तमंचा, कारतूस और बाइक बरामद,हरखापुर तिराहे से की गई गिरफ्तारी। 
➡बहराइच - बुजुर्ग व्यक्ति की निर्मम हत्या से सनसनी, गोली मारकर धारदार हथियार से हत्या की, बेखौफ गुंडों ने बुजुर्ग की निर्मम हत्या की, जमीनी विवाद में गुंडों ने बुजुर्ग की हत्या की, अस्पताल ले जाते समय बुजुर्ग की हुई मौत, थाना रामगांव क्षेत्र के बसौना माफी की घटना। 
➡ग्रेटर नोएडा- सब्जी का ठेला लगाना युवक को पड़ा भारी, दादरी पुलिस पर युवक को पीटने का आरोप, सब्जी का ठेला लगाने वाले युवक को पीटा, पुलिस ने युवक की बेरहमी से पिटाई की,  युवक को थाने ले जाकर जमकर पीटा गया, घायल युवक का वीडियो हो रहा है वायरल, पुलिस की मार के डर से ठेला लगाना छोड़ा, दादरी के सब्जी मंडी का बताया जा वीडियो। 
➡बाराबंकी- 24 घंटे में भरत वर्मा हत्या कांड का खुलासा, चाकू से गोदकर की गई थी भरत की हत्या, प्रेम सबंधों के चलते युवक ने की थी हत्या, अभियुक्त और उसकी प्रेमिका गिरफ्तार, कोतवाली नगर पुलिस ने किया खुलासा।
 
➡प्रयागराज- 69000 शिक्षक भर्ती को लेकर HC से खबर,  गलत आवेदन भरने वालों को नहीं मिलेगा मौका,  अभ्यर्थियों को नहीं मिलेगा सुधार का मौका,  त्रुटि सुधारने की अनुमति देने से किया इंकार,  HC ने त्रुटि सुधारने की अनुमति देने से किया इंकार,  ऐसा करने से पूरी चयन प्रक्रिया होगी प्रभावित-HC, जस्टिस यशवंत वर्मा की एकल पीठ ने दिया आदेश।   
➡कानपुर- हत्या आरोपी के घर में लाखों की चोरी,  चकेरी पुलिस घर के बाहर देती रही पहरा,  आरोपी का घर सील कर देती रही पहरा,  2018 में गैंगस्टर के मामले में किया था सील, हरबंश थाना मोहाल ने कराया था सील।   
➡रामपुर- बसपा जिला उपाध्यक्ष को कोर्ट से राहत नहीं, मौलाना फुरकान को कोर्ट से नहीं मिली राहत, कोर्ट ने अंतरिम जमानत याचिका खारीज की, गांव की महिला से छेड़छाड़-धमकी का आरोप था, पुलिस मौलाना को जेल पहुंचाने के लिए रवाना। 
➡बरेली- लव जिहाद का आरोपी बिलाल कोर्ट में पेश, आरोपी बिलाल को कोर्ट में पेश किया गया, कोर्ट ने लव जिहाद के आरोपी को भेजा जेल, युवती को भेजा नारी निकेतन,कल बयान दर्ज होंगे, युवती बिलाल के ही साथ रहने पर अड़ी है, अजमेर से बिलाल किया गया था गिरफ्तार। 
➡आगरा- शराब के नशे में युवक कुएं में कूदा,  80 फीट गहरे कुएं में लगाई छलांग,  ग्रामीणों ने युवक को निकाला बाहर,  युवक की हालत गंभीर,अस्पताल में भर्ती, खेड़ा राठौर के कासगंज गांव का मामला।        
➡गाजियाबाद- चलती कार बनी आग का गोला, कार सवारों ने कूदकर बचाई जान, आग से कार जलकर हुई खाक, शार्ट से आग लगने की आशंका, गौशाला अंडरपास की घटना।
➡हरदोई- किसान यूनियन का धरना प्रदर्शन, किसान की समस्याओं को लेकर धरना, खरीद केंद्र पर प्रभारी की मनमानी का आरोप, किसान यूनियन ने तहसीलदार को दिया ज्ञापन।  
➡हमीरपुर- पुजारी की हत्या का मामला, 4 नामजद पर मुकदमा दर्ज, 3 आरोपी अभी भी फरार, मुस्करा क्षेत्र के बसवारी का मामला।

➡जम्मू-कश्मीर - महबूबा मुफ्ती के विवादित बयान का मामला, विनीत जिंदल ने केस दर्ज करने की मांग की, तिरंगे के खिलाफ दिए बयान पर कार्रवाई की मांग.
दिल्ली- दिल्ली में हवा आज खराब श्रेणी में दर्ज, सुबह भी प्रदूषण की वजह से स्मॉग छाया, कई इलाकों में प्रदूषण AQI 400 के पार, दिल्ली के पटपड़गंज में AQI  359 दर्ज, अलीपुर 432, मुंडका 427,वज़ीरपुर 409
➡दिल्ली- PM मोदी 17 लाख किसानों को देंगे तोहफा, गुजरात की 3 परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन करेंगे, किसान सूर्योदय योजना की भी शुरुआत करेंगे, योजना से 17.25 लाख किसानों को फायदा, हृदयरोग संबंधित अस्पताल का भी उद्घाटन.
➡लखनऊ- नवरात्र के अंतिम दिन भक्तों की भीड़, चौक में बड़ी काली माता मंदिर में भीड़, बड़ी संख्या में महिलाएं मंदिर दर्शन करने पहुंचीं, मंदिर के बाहर महिला-पुरुषों की लंबी लाइन लगी, मंदिर में कोविड प्रोटोकॉल के साथ एंट्री.
➡बागपत- जंगल में बेहोश मिला गैंगरेप का आरोपी, अदालत से लौटते समय हुआ था किडनैप, आरोपी के शरीर को सिगरेट से दागा गया, अपहरणकर्ताओं ने आरोपी को यातनाएं दी, शामली के जंगल में बेहोश मिला आरोपी, गंभीर हालत में मेरठ कराया गया भर्ती, कोतवाली बड़ौत में दर्ज थी गुमशुदगी, 2 साल पहले नाबालिग से किया था गैंगरेप, बड़ौत कोतवाली के टयोढ़ी का था मामला.
➡कौशांबी- नकली सेनेटाइजर फैक्ट्री का हुआ भंडाफोड़, प्रयागराज-कौशांबी बॉर्डर पर चल रही थी फैक्ट्री, अवैध फैक्ट्री से 5 लोगों की गिरफ्तारी, आबकारी और पुलिस ने किया भंडाफोड़, लॉकडाउन से लगातार बन रहे थे सेनेटाइजर, फैक्ट्री में सेनेटाइजर बनाने के उपकरण मिले, पिपरी थाने के गौसपुर कटौला का मामला.
➡कानपुर- नगर निगम बना कर्मचारी यूनियनों का अखाड़ा, नई यूनियन एक बड़े अफसर पर बना रही दबाव-सूत्र, यूनियनों की लड़ाई में अफसरों की आफत आयी, शासन तक पहुंचा यूनियनों में टकराव मामला-सूत्र, आने वाले दिनों में बढ़ सकता है मामला, नई यूनियन को बैक डोर से ताकत दे रहे मठाधीश, लखनऊ से मांगी गई मामले की जानकारी-सूत्र, आला अफसर ले सकते हैं कोई बड़ा फैसला.
➡कानपुर देहात- 6 साल की मासूम से दुष्कर्म की वारदात, गांव के एक किशोर पर लगा आरोप, बच्ची के परिजनों ने थाने में दी तहरीर, पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज, बच्ची को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा, मंगलपुर थाना क्षेत्र के गांव की घटना
➡कानपुर देहात में बेखौफ हुए बदमाश, बदमाशों ने किसान को मारी गोली, नलकूप पर सो रहे किसान को गोली मारी, किसान की गंभीर हालत,जिला अस्पताल रेफर, पुलिस ने घटनास्थल का किया मुआयना, डेरापुर थाने के बेनीपुर गांव का मामला.
➡प्रतापगढ़- एसपी के औचक निरीक्षण में खुली पोल, पिस्टल तक नहीं खोल सके महेशगंज SO, दारोगा, सिपाही भी नहीं खोल सके असलहा, असलहा चलाने में फिसड्डी महेशगंज पुलिस, एसपी ने SO को जमकर लगाई फटकार, प्रतापगढ़ के महेशगंज थाना का मामला.
➡ललितपुर- भारत समाचार की खबर का असर, एसपी ने लिया खबर का संज्ञान, दबंग आरोपियों पर मुकदमा दर्ज, 1 आरोपी गिरफ्तार,मुख्य आरोपी फरार, फरार आरोपी को पकड़ने के लिए छापेमारी, बानपुर थाने के गुगरवारा का था मामला.
➡प्रतापगढ़- धान कटाई को लेकर दो पक्ष आमने-सामने, कटाई को पहुंचे हार्वेस्टर संचालक को पीटा, ग्रामीणों ने हार्वेस्टर संचालक की बाइक तोड़ी, पुलिस ने दोनों पक्षों पर दर्ज किया मुकदमा, जेठवारा थाने के पूरे बसावन का मामला.
➡ललितपुर- ललितपुर में गुंडों का वीडियो वायरल, महिला समेत पति के साथ की मारपीट, बेरहमी से पिटाई का वीडियो वायरल, हत्या मामले में जमानत पर है आरोपी, मुकदमा वापस लेने का बना रहा दबाव, बानपुर थाने के गुगरवारा का मामला.
➡उन्नाव- हाइवे पर दिखा तेज रफ्तार का कहर, तेज रफ्तार बाइक पुलिया से नीचे गिरी, हादसे में बाइक सवार 2 लोगों की मौत, पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा, कानपुर के रहने वाले हैं दोनों पुरुष, गंगाघाट के त्रिभुवन खेड़ा की घटना.
➡प्रयागराज- देवी जागरण देखने गई मासूम से हैवानियत, गंभीर हालत में बच्ची जिला अस्पताल में भर्ती, आरोपी युवक की ग्रामीणों ने जमकर पिटाई की, करछना के कपठुआ गांव में दुष्कर्म की घटना.
➡लखीमपुर- समय से नहीं खुल रहे धान खरीद केंद्र, निघासन में धान केंद्रों का सही संचालन नहीं, धान क्रय केंद्रों से वापस लौट रहे किसान, 5-5 दिन से चक्कर काट रहे किसान, 900-1000 रुपए में धान बेचने को मजबूर.
➡बांदा में किशोरी से दुष्कर्म की वारदात, 18 घंटे तक बंधक बनाकर दुष्कर्म किया, पुलिस ने आरोपी युवक को अरेस्ट किया, अतर्रा थाना क्षेत्र में दुष्कर्म की वारदात.
➡गोरखपुर- आज गोरक्षनाथ मंदिर में रहेंगे CM योगी, शक्तिपीठ में मां की आराधना करेंगे CM, रविवार को कन्यापूजन करेंगे सीएम योगी, विजयदशमी पर शोभा यात्रा में होंगे शामिल.


कासगंज - 25 सितंबर को अखिल भारतीय युवा लोधी महासभा की बैठक सोरों गेट कार्यालय पर संपन्न हुई |बैठक की अध्यक्षता श्री रामनिवास  राजपूत एडवोकेट ने की| बैठक में जिला अध्यक्ष धनंजय प्रताप सिंह लोधी ने समाज को कुरीतियों को दूर करने एवं   शिक्षा के क्षेत्र में आगे ले जाने की बात  कही और कहां कि समाज का भला कोई व्यक्ति अकेले नहीं कर सकता संगठन मैं ही यह ताकत है |आज ब्लॉक कासगंज की युवा इकाई का विस्तार किया गया |

ब्लॉक इकाई में ब्लॉक अध्यक्ष मोहर सिंह राजपूत ने जिला कार्यकारिणी की सहमति से महामंत्री पर योगेंद्र कुमार ,कोषाध्यक्ष पर नेतराम लोधी को मनोनीत किया गया |कमेटी में वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेंद्र लोधी, उपाध्यक्ष कल्पमुनि लोधी और छोटे लाल लोधी ,संगठन मंत्री सुनील कुमार, मंत्री प्रवीण कुमार ,प्रचार मंत्री कृपाल सिंह, चंद्रशेखर को तथा मीडिया प्रभारी ज्ञानेंद्र राजपूत को बनाया गया |

उपस्थित  जिला कार्यकारिणी ने नवनियुक्त पदाधिकारियों का माल्यार्पण  और मिष्ठान खिलाकर स्वागत किया तथा संगठन को आगे ले जाने के लिए तन मन धन से सहयोग करने का वचन लिया|

 उपस्थित लोगों में राकेश राजपूत, रामनिवास राजपूत, प्रेम नारायण राजपूत ,रणजीत सिंह, लालता प्रसाद लोधी, लव कुश एडवोकेट ,प्रवेंद्र राजपूत, हरेंद्र राजपूत रहे|


खेरवाड़ा जिला उदयपुर राजस्थान  : बाबा रेडिमेंट एंड स्पोर्ट्स का भव्य शुभारंभ खेरवाड़ा में हुआ ।

आज दिनांक 25/10/ 2020 विजयादशमी के दिन बाबा रेडिमेंट एंड स्पोर्ट्स का भव्य शुभारंभ न्यू फतह टावर रानी- छाणी  रोड खेरवाड़ा जिला उदयपुर राजस्थान मैं आज प्रातः 10:00 बज कर 15 मिनट पर मेघवाल समाज  52 गांव उपकरण खेरवाड़ा एवं ऋषभदेव समाज अध्यक्ष श्रीमान सोनाराम जी मेघवाल ग्राम पंचायत बड़ला के सरपंच श्रीमान दिनेश कुमार मीणा ने प्रतिष्ठान का फीता काटकर शुभारंभ किया गया इस प्रतिष्ठान में जेंट्स गारमेंट्स फुटवियर बैग एवं सभी प्रकार की खेलकूद व्यायाम ( जिम योगा संबंधित सामग्री उपलब्ध है शुभारंभ के इस अवसर पर मेघवाल समाज अध्यक्ष श्रीमान सोनाराम जी मेघवाल, ग्राम पंचायत बङला सरपंच श्रीमान दिनेश कुमार मीणा ,मेघवाल समाज पूर्व अध्यक्ष -श्रीमान कालूराम जी मेघवाल ,समाजसेवी समाज उपाध्यक्ष श्रीमान मोहनलाल जी मेघवाल ,प्रोपराइटर- कपिल देव मेघवाल, मगनलाल जी मेघवाल नारायण लाल जी मेघवाल अखिल राजस्थान मेघवाल समाज उपखण्ङ खेरवाड़ा& ऋषभदेव के सचिव श्रीमान बाबूलाल जी मेघवाल योजना मंत्री रमेश चंद्र मेघवाल खेल मंत्री संजय कुमार मेघवाल, पीएलवी चन्दू लाल मेघवाल सहित मेघवाल समाज के  प्रबुद्ध जन, युवाओं की मौजूदगी रही उक्त जानकारी पीएलवी एवं मेघवाल समाज के मीडिया प्रभारी चंदूलाल  मेघवाल द्वारा दी गई ।.......रिपोर्ट  संजय मेघवाल

 फ्रांस के राष्ट्रपति ने इस्लाम के बारे में जो कहा, वही बात हर राष्ट्राध्यक्ष को खुल कर बोलनी चाहिए

2 अक्टूबर को फ़्रांसीसी राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्राँ ने अपने देश में धर्मनिरपेक्षता के विषय पर संभाषण करते हुए कई ऐसी बातें कही जो अपवादस्वरूप ही किसी भी छुटभैया नेता के मुँह से भी निकलता है, राष्ट्राध्यक्षों को तो रहने ही दीजिए। इस्लामवादियों द्वारा पूरे विश्व में उत्पन्न संकट को चिह्नित करते हुए मैक्राँ ने खुल कर बोला कि इस्लाम एक ऐसा मजहब है जो पूरे विश्व में संकट में है।यहाँ संकट का मतलब इस्लाम के संकट में होने से नहीं, विश्व भर में इस्लाम के कारण उत्पन्न होने वाले संकटों से है। यह संकट दिखता सबको है, लेकिन कभी ‘रेडिकल इस्लाम’ तो कभी ‘आतंक का कोई मजहब नहीं होता’ के नाम पर छुपा दिया जाता है। वैश्विक आतंक की बात करें, या फिर मजहबी उन्माद से प्रेरित रक्तरंजित घटनाओं की, लगभग हर बार ये घटनाएँ इस्लाम के नारों, प्रतीकों, नामों या विचारों का परिणाम होती हैं। स्वयं पर बम लगा कर फटने से ले कर, लंदन के पुल पर चाकुओं से गोदने की घटना हो, या फिर ऑस्ट्रेलिया के कैफे में लोन वूल्फ अटैक से ले कर पेरिस में किसी की गर्दन रेतने की घटना, ‘अल्लाहु अकबर’ के नारे और ‘हम आहत थे’ जैसी बातें हर जगह आपको मिल जाएँगी।आगे बढ़ने से पहले स्पेनिश भाषा एक रोचक कहानी बताता हूँ। हुआ यूँ कि हर घंटे नए कपड़े बदलने वाले एक राजा को किसी व्यक्ति ने कहा कि वो उसे ऐसे कपड़े पहने जिसका रंग, डिजाइन, सोने के धागों का काम, स्पर्श आदि विलक्षण और अलौकिक होंगे। साथ ही, वह कपड़ा सिर्फ बुद्धिमान व्यक्तियों को दिखेगा, मूर्खों को नहीं। राजा प्रसन्न हुआ, और बोला कि इस व्यक्ति को हर तरह के कपड़े, सोना, धन आदि दिए जाएँ ताकि वो कपड़ा बुनना शुरु करे।कई दिन बीतने पर वो व्यक्ति एक बड़ा ही सुंदर डब्बा ले कर राजा के दरबार में आया। डब्बा खोल कर उसने राजा को कपड़े दिखाए। राजा को कुछ दिखे ही नहीं, तो वो अचम्भित सा उसे प्रश्नवाचक मुद्रा में देखने लगा। इस व्यक्ति ने अब राजा को कपड़े की विशिष्टता याद दिलाई कि मूर्खों को दिखता ही नहीं। अचानक से राजा कपड़ा दिखने लगा। कपड़े वाले ने राजा से कहा, “महाराज, ऐसे विलक्षण वस्त्र को तो दरबार में ही धारण करना चाहिए।”राजा भी सोचने लगा कि आज ही दरबार में पहचान हो जाएगी कि कौन मूर्ख है, कौन बुद्धिमान। व्यक्ति ने कहा कि राजा एक-एक कपड़े उतारे और नए वाले पहने। वो उसे ‘यह अंगवस्त्र है महाराज, धारण कीजिए’ कह कर कपड़े देने लगा। कुछ समय में राजा ने नए कपड़े पहन लिए। दरबारियों ने कहा, “अहा! महाराज, ऐसे अलौकिक वस्त्र तो देखे ही नहीं। यह तो स्वर्ग से देवताओं के बुने हुए प्रतीत होते हैं।”फिर यह तय हुआ कि राजा हाथी पर बैठेगा और कपड़े पूरी प्रजा को दिखाएगा। राजा हाथी पर बैठा और मुनादी करवा दी गई कि जो मूर्ख हैं उन्हें वो कपड़े नहीं दिखेंगे। अब अचानक से पूरी प्रजा ने कपड़ों पर किया हुआ सोने के धागों का काम, रेशम पर बने नयनाभिराम पैटर्न आदि देखने के बारे में एक दूसरे को बताया। बगल वाला भी कहे कि ‘हाँ, तुम्हें पीठ पर बना बाघ दिख रहा है, क्या काम किया है बुनकर ने!’ हर व्यक्ति को नई चीज दिख रही थी कपड़ों पर, राजा भी खुश कि कपड़ा पहन लिया है कि इक्कीसवीं सदी का होलोग्राम जो हर कोण से भिन्न दिखता है!इसी भीड़ में एक व्यक्ति अपने छोटे बच्चे को ले कर आया था। बच्चे को कुछ दिख ही नहीं रहा था। पिता ने उसे कंधे पर बिठाया ताकि वो भी ऐसे दिव्य वस्त्रों को देख सके। बच्चा कंधे पर बैठते ही बोला, “राजा तो नंगा है।” बाप ने सोचा कि मूर्खों को नहीं दिखता, लगता है उसका बेटा ‘सक्सेस’ नहीं निकला। बेटे ने फिर चिल्ला कर बोला, “अरे देखो! राजा तो नंगा है।” बाकी लोगों ने भी सुना। बच्चा और जोर से बोला और हँसने लगा कि राजा नंगा हो कर हाथी पर घूम रहा है।तब सबको याद आया कि वस्तुतः राजा तो नंगा ही है। अचानक से राजा सबको मूल रूप में दिखने लगा। एक बच्चे पर सामाजिक दवाब या कंडिशनिंग का प्रभाव नहीं था तो उसने सत्य को देखा, बाकी लोग यह सोच कर नंगे राजा की पीठ पर बाघ देख रहे थे कि शायद उन्हें ही कपड़े नहीं दिख रहे, और भीड़ में स्वयं को मूर्ख मानना किसी को स्वीकार्य न था।उसी तरह इस्लामी आतंक और उन्माद से होने वाले हर कृत्य के बाद भी किसी चालाक व्यक्ति ने दिव्य कपड़े पहनाने की योजना बनाई, और कहा कि सच्चा इस्लाम तो उसी को दिखेगा जो सेकुलर है। अब, आज के दौर में कौन सेकुलर कहलाना नहीं चाहेगा। सबको सेकुलर बनना है, सबके देश में इस्लामी आतंक ने अपनी छाप छोड़ी है, मजहब अपने कट्टर स्वरूप में गर्दनें कटवा रहा है, और हम कह रहे हैं, “अरे, तुम्हें पीठ पर बना बाघ दिख रहा है, क्या काम किया है बुनकर ने!”लेकिन तथ्य और अकाट्य सत्य यह है कि राजा तो नंगा है, और उसे नंगा कहने की क्षमता उसी में है जो इन सामाजिक, राजनैतिक जुमलेबाजी और पॉलिटिकली करेक्ट होने के भार से अनभिज्ञ हो। जिसे स्वयं को, भले ही गलतबयानी में, बिगट, कम्यूनल, इस्लामोफोब कहे जाने पर कोई चिंता न होती हो। इमैनुअल मैक्राँ ने वह कहा जो सत्य है। वह सत्य उसे सबसे ज्यादा चुभेगा जिसने सुंदर से डब्बे में हवा रख कर दुनिया को कहा कि ये दिव्य वस्त्र हैं।राजा वाली कहानी में वह व्यक्ति धूर्त और ठग है। यहाँ भी, ऐसे लोग जो ऐसी इस्लामी आतंक या मजहबी उन्माद से प्रेरित घटनाओं को ‘यह सच्चा इस्लाम नहीं है’ या ‘एक घटना के लिए आप पूरे समुदाय को जिम्मेदार नहीं कह सकते’ की ठगी के नीचे छुपाना चाहता है। यह बात भी सत्य है कि हम मुस्लिम आतंकवादी नहीं है, लेकिन दूसरा सत्य यह है कि मजहबी कारणों से, अनजान लोगों (जिसे आप पहले से नहीं जानते हों, जिन्होंने आपका निजी अहित नहीं किया है), समाजों और राष्ट्रों पर हमला करने वाले लोग हमेशा एक ही मजहब के होते हैं।ऐसा मजहबी उन्माद और किसी धर्म-रिलीजन में नहीं दिखतासामाजिक अपराध हर जगह होते हैं। आप किसी से लड़ाई कर लेते हैं, रास्ते में मार-पीट हो गई, किसी ने आपके मंदिर तोड़ दिए, कोई गाय काट देता है, ऐसी हर घटना पर आप उन्हीं व्यक्तियों को जवाब देते हैं न कि आप उसके मजहब के मानने वाली भीड़ में जा कर एक बम फोड़ आते हैं। ट्विन टावर उड़ाने का काम हो, मैनचेस्टर के स्टेडियम में बम फोड़ने का काम हो या फिर बार्सिलोना के धमाके, सीरिया को ख़िलाफ़त के नीचे लाना हो या पूरे अफ़ग़ानिस्तान को तबाह करना, किसी वैयक्तिक घटना की प्रतिक्रिया, दूसरे धर्म के लोगों या राष्ट्र को ही निशाना बनाने के उद्देश्य से की गई।ऐसा उन्माद आपको किसी भी और मजहब के मानने वालों में नहीं दिखता। इसमें फिर वही बात आती है कि ‘लेकिन हर मुस्लिम आतंकी नहीं है’। ये बात सही है लेकिन कितने मुस्लिम, जो सैफ्रन टेरर और साध्वी प्रज्ञा, कर्नल पुरोहित के गीत गाते हैं, वो इन आतंकी धमाकों पर ‘इस्लामी टेरर’ लिखते हैं, उसकी विवेचना करते हैं कि ये मदरसों में कट्टरपंथी शिक्षा देने का परिणाम है, ये उस प्रचलन का परिणाम है जहाँ तीन साल के बच्चे के हाथ में छुरा दे कर बकरे को हलाल करना सिखाया जाता है।नहीं, उस वक्त ये लोग मक्का की तस्वीर लगा कर ‘माशाअल्लाह’ और ‘सुभानअल्लाह’ करते हैं, या फिर विश्व शांति पर उपदेश देने लगते हैं कि ‘एक-दो घटनाओं को कारण पूरे इस्लाम को आप निशाना न बनाएँ’, या सीधे कहते हैं कि ‘कुरान में कहा गया है कि एक व्यक्ति की हत्या पूरी मानवता की हत्या है’, या वो फैज की शायरी और गुलाम अली की गजलों के लिंक शेयर करने लगते हैं। यही चार से पाँच तरह की प्रतिक्रिया आपको उन्हीं मुस्लिमों से मिलेगी जो आज भी ‘हिन्दू आतंक’ की बात और गोधरा की याद दिलाते हैं। ये बात और है कि साबरमती एक्सप्रेस के आग लगा कर 59 हिन्दुओं को जिंदा जलाने की बात वो भूल जाते हैं।माशाअल्ला और सुभानअल्ला सब ठीक है, लेकिन ये तो बताओ कि कार्टून दिखाया बच्ची को, तो तुम क्यों आहत हो गए? कार्टून बना कर शार्ली एब्दो वालों ने क्या तुम्हारे मेल बॉक्स में डिलीवर किया था, या ये कहा था कि ‘भैया, ये पढ़ो, ये कार्टून सही बनाया है कि नहीं’। बनाया भी तो असहमति दर्ज करो कि नहीं बनाना चाहिए। या फिर तुम उन्हें गोली मार दोगे? तब कुरान की वो आयत याद नहीं आती कि एक व्यक्ति की हत्या पूरी मानवता की हत्या है?ये प्रवृत्ति सिर्फ इस्लाम में ही है कि तथाकथित निंदा/अपमान आदि पर कोई भी आहत हो कर, किसी का भी सर काट सकता है। इस्लामी मुल्कों में तो यह प्रावधान है कि कानून ही ऐसा करने पर आपको फाँसी दे देगा। इसमें पाकिस्तान सबसे आगे है जहाँ आपको बस कहना है कि इस व्यक्ति ने पैगम्बर के बारे में गलत बात बोली है। केस चलेगा और आपको फाँसी होगी।लेकिन हर मुल्क तो इस्लामी है नहीं। आपको उन्हीं नियमों से चलना है तो आप वैसे ही देशों में बसने की कोशिश कीजिए क्योंकि सहने की सीमा होती है। आपकी सीमा आधे सेकेंड की है कि कहीं पेरिस में सैमुअल पैटी ने कार्टून दिखाया, आप आहत हुए, प्लान बनाया और राह चलते गर्दन रेत दिया। अब जाओ न, फ्रांस पर हमला बोल दो क्योंकि वही कार्टून वहाँ की सरकारी बिल्डिंग पर प्रोजेक्ट किया गया।लो जा कर सरकार से बदला। चीन से बदला लो जा कर क्योंकि कुरान का अपमान तो पैगम्बर के बाद दूसरे नंबर पर आता है। वो तो कुरान पढ़ने भी नहीं दे रहे, नया कुरान लिखवा रहे हैं सो अलग। क्यों किसी मुस्लिम का जमीर नहीं जग रहा चीन को ले कर? वहाँ कोई बम धमाका, लोन वूल्फ अटैक, पुलिया पर चाकूबाजी, गला रेतने आदि की घटना नहीं कर पाते? क्या हो गया उम्माह वालों को? क्या चीन से ज्यादा किसी भी राष्ट्र ने इस्लाम का अपमान किया है? वहाँ तो तुम्हारी रियासत-ए-मदीना के सदर घुटनों पर बैठे हुए हैं, और शी जिनपिंग अपनी आँख मूँद कर उसे धीरे और तेज होने का आदेश दे रहा है।क्या तुर्की के एर्दोआँ की सारी हिम्मत हाया सोफिया चर्च को ही मस्जिद बनाने में निकल गई? चीन पर चढ़ाई क्यों नहीं कर रहे? कहाँ गई वो फौजें? पाकिस्तान से लोगों को इकट्ठा करो, जिहाद के नाम पर हथियार दो और कहो कि शिनजियांग पहुँचे अपने उइगर हममजहब लोगों की सहायता के लिए। जिहाद के लिए उतरोगे, तभी तो अल्लाह भी दुश्मनों पर अपना अजाब नाजिल करेगा! या फिर सारा जिहाद उन्हीं मुल्कों के लिए है जहाँ वो तुम्हें रहने की जगह देते हैं, और तुम वहाँ लव जिहाद, रेप जिहाद, लैंड जिहाद कर के अपनी बहादुरी दिखा रहे हो? चीन क्यों नहीं जा रहे जिहाद के लिए? पेपर नहीं पढ़ते क्या?कट्टरपंथी इस्लाम और सिर्फ इस्लाम के क्या अंतर है?इसी साल फरवरी में डोनल्ड ट्रम्प ने भारत दौरे पर ‘रेडिकल इस्लामिक टेररिज्म’ की बात अहमदाबाद में कही। यह बात भले ही ‘राजा तो नंगा है’ के स्तर की नहीं थी, लेकिन अमेरिका के ओबामा टाइम के पॉलिटिकली करेक्ट शब्दावली से कहीं आगे, इसे ‘राजा कमर के ऊपर नंगा है’ कहने जैसा तो था ही। वस्तुतः ‘रेडिकल इस्लामिक टेररिज्म’ या कट्टरपंथी इस्लामी आतंक जैसी बातें बस मन बहलाने वाली बातें हैं क्योंकि आज के समय में अंधे को अंधा कहना अपमानजनक और भेदभावपूर्ण माना जाता है।इस्लाम से प्रेरित आतंक इस्लामी आतंक होता है क्योंकि ‘अल्लाहु अकबर’ का नारा इस्लाम का है, रेडिकल इस्लाम का नहीं। आप इन सारे आतंकियों की जीवनचर्या देखिए कि ये इस्लाम को जितनी शिद्दत से निभाते हैं, उतनी शिद्दत से कोई नहीं निभाता। कमलेश तिवारी के कातिलों ने नमाज पढ़ी थी तब गला रेता था। बम लगा कर चीथड़े उड़ाने वाला मुस्लिम मरने से पहले किस खुदा को याद करता है? उसका नारा कौन सा है? फिर इसमें रेडिकल क्या है, ये तो नॉर्मल है।इस्लामी आतंक के पहले रेडिकल या कट्टरपंथी जैसे शब्द तभी शोभा देते जब इन घटनाओं में आतंकियों को मजहब का प्रतिशत दस या बीस होता। जब पंथ अपने मूल स्वरूप में ही काफिरों को घात लगा कर मारने के निर्देश देता हो, तो उसमें कट्टरपंथ लगाना तो वैसी ही मूर्खता है जैसे ‘लाल’ शब्द के पहले ‘सुर्ख’ लगा कर ‘सुर्ख लाल’ कहना। सुर्ख का मतलब ही लाल होता है।मैं जानना चाहूँगा कि पवित्र पुस्तक की उन आयतों को आप किस शब्द से नवाजेंगे जहाँ काफिरों को सबसे हेय बताया गया है, उन्हें मारने पर किसी भी तरह के अपराधबोध न पालने की बातें कही गई हैं और स्वर्ग में कमरों के रिजर्व होने के संदर्भ हैं। क्या ये बातें उस किताब के बाहर की हैं जो मदरसों में पढ़ाई जाती हैं! अगर मदरसों के मौलवी काफिरों की बच्चियों के बलात्कार, काफिरों की हत्या, काफिरों से घृणा करना किसी और किताब से, या अपने ही सिलेबस से पढ़ाते हों तब तो मैं मानने को तैयार हूँ कि हाँ, ये कट्टरता है।लेकिन, जब ये बातें उसी किताब का हिस्सा हैं तो फिर कट्टरपंथी इस्लाम और नॉर्मल इस्लाम में क्या अंतर है? क्या किसी का कार्टून बनाने पर हत्या कर देने की बात सोचने वाला, करने वाला, उसे समर्थन देने वाला, उस पर चुप रहने वाला, स्वतः कट्टरपंथी नहीं है? क्या आपको इन चार तरह के लोगों से अलग तरह का कोई मिला है मुस्लिम भीड़ में? वो आलोचना भी करेगा तो यह कह कर कि ये सच्चा मुसलमान है।लेकिन, जब आप इन किताबों को पढ़ेंगे, इनके लाउडस्पीकरों से आती मजहबी बातें सुनेंगे तो लगेगा कि जिसने गर्दन उतार दी वही इस्लाम का सच्चा विद्यार्थी और अनुपालक है। उसी ने असली इस्लाम को पढ़ा, सोचा, समझा और जिया है। उसे कोई भी सच्चा मुसलमान यह कह ही नहीं सकता कि ये सच्चा मुसलमान नहीं है। इसलिए ऐसी वारदातों की आलोचना में भी ‘इफ’ और ‘बट’ के साथ ‘शर्तें लागू’ वाली बातें दिखेंगी।शेक्सपीयर ने एक अलग संदर्भ में कहा है न कि ‘नाम में क्या रखा है, वो जिसे तुम गुलाब कहते है, उसे किसी और नाम से भी पुकारो, उसका सुगंध वैसा ही रहेगा’। उसी तरह तुम ‘शांतिप्रिय’ कहते रहो लेकिन मूल स्वरूप में जो ‘शांति’ प्रदर्शित होती है, वो पूरी दुनिया को दिखती है। यही बात इमैनुअल मैक्राँ ने स्पष्ट शब्दों में कही कि इस्लाम जहाँ भी है, संकट में है।फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि राजा नंगा हैमैक्राँ की बात पर कई ‘एक्सपर्ट’ और ‘सेकुलर जीव’ दुखी हो गए कि यह तो माइनॉरिटी को सीधे तौर पर अलग-थलग करने की विभाजनकारी बातें हैं। जबकि, मैक्राँ ने वही कहा जो हर जगह दिख रहा है। इस्लाम ने विश्व में हर जगह संकट उत्पन्न किए हैं, सिवाय चीन के। पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिन्दुओं की हालत देखिए, अफगानिस्तान में सिखों की, तुर्की में ईसाइयों की, पूरी दुनिया में यहूदियों की… भारत में अल्पसंख्यक वाला विक्टिम कार्ड स्वाइप करने के बाद कैराना, मेरठ, मेवात और दिल्ली तक में लोगों को ‘यह मकान बिकाऊ है’ लिखने पर मजबूर करने वाला मजहब कौन सा है?यूरोप, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया से ले कर न्यूजीलैंड, भारत, बांग्लादेश तक किसके आतंक की छाप है? बेल्जियम से लेकर फ़्रांस तक, मैड्रिड, बार्सीलोना, मैन्चेस्टर, लंदन, ग्लासगो, मिलान, स्टॉकहोम, फ़्रैंकफ़र्ट एयरपोर्ट, दिजों, कोपेनहेगन, बर्लिन, मरसाई, हनोवर, सेंट पीटर्सबर्ग, हैमबर्ग, तुर्कु, कारकासोन, लीज, एम्सटर्डम, अतातुर्क एयरपोर्ट, ब्रुसेल्स, नीस, पेरिस में या तो बम धमाके हुए या लोन वूल्फ अटैक्स के ज़रिए ट्रकों और कारों से लोगों को रौंद दिया गया। हर बार आईसिस या कोई इस्लामी संगठन इसकी ज़िम्मेदारी लेता रहा और यूरोप का हर राष्ट्र अपनी निंदा में ‘इस्लामोफोबिक’ कहलाने से बचने को लिए इसे सिर्फ आतंकी वारदात कहता रहा।भारत में 1970 के बाद से 2015 तक कुल 9,982 आतंकी घटनाओं में 18,842 मौतें हुईं, 28,814 लोग घायल हुए। अगर 1984 से 2016 तक के आँकड़ें लें तो क़रीब 80 आतंकी हमलों में 1985 मौतें हुईं, और लगभग 6000 से ज़्यादा घायल हुए। अगर और क़रीब के दिनों को लें, तो 2005 से अब तक हुए आतंकी हमलों में 707 मौतें हुईं, और 3200 के क़रीब घायल हुए हैं।यूरोप में, तुर्की और रूस को छोड़कर, आतंकी हमलों में 2004 से अब तक 615 मौतें हुईं और 4000 के लगभग लोग घायल हुए। अमेरिका में 2000 से अबतक क़रीब 3188 मौतें हुईं जिसमें से 2996 लोग सिर्फ 9/11 वाले हमले में मारे गए। यानि, बाक़ी के हमलों में 192 लोग मरे।क्या ये वैश्विक आतंक पर इस्लाम की छाप नहीं है? कश्मीर में हिन्दुओं का प्रतिशत सौ से एक पर कैसे पहुँचा? तो फिर मैक्राँ ने क्या गलत कह दिया? मैक्राँ ने इस पर अपनी बात रखते हुए बहुत ही आधारभूत समस्याओं पर ध्यान दिलाया कि इस्लाम को मानने वाले इस्लाम के कानून को राष्ट्र के कानून से भी ऊपर मानते हैं, जो कि निजी स्तर पर सही हो सकता है, लेकिन उन्हें राष्ट्र के कानूनों का पालन करना ही होगा।उन्होंने इसी पर आगे बात रखते हुए कहा कि इस्लामी अलगाववाद किसी भी समाज में एक समानांतर तंत्र विकसित करने की कोशिश करता रहता है। शुरुआत में यह अलग मूल्यों और व्यवस्था वाला समाज बनता हुआ दिखता है, लेकिन इसका अंतिम लक्ष्य हर व्यवस्था को अपने नियंत्रण में लेना होता है। उन्होंने कहा कि इस्लाम को मानने वाले लगातार राष्ट्र के मूल्यों से विलग हो कर एक काउंटर सोसायटी (विरोधी समाज) बनाना चाहते हैं। इसी सोची-समझी राजनैतिक-मजहबी अलगाववाद की परिणति बच्चों को सामान्य स्कूलों से निकाल कर उनमें मजहबी कट्टरता भरने के रूप में होती है जो कि स्त्री-पुरुष के समान अधिकारों और मानव मात्र की गरिमा के विरोध में दिखती है।इस बात पर जो लोग विरोध जता रहे हैं वो वास्तव में ऐसा सोचते हैं कि स्त्री और पुरुष बराबर नहीं होते, मजहबी और गैरमजहबी मनुष्य बराबर नहीं होते। क्योंकि मैक्राँ के भाषण में उस सच्चाई को स्वीकारा गया है जो विश्व के हर कोने में बम, चाकू, गाड़ी या गोली के रूप में ‘अल्लाहु अकबर’ के नारे के साथ काफिरों की वैयक्तिक या सामूहिक हत्याओं में परिणत होती है। क्या यह सोच घरों में या गैरसरकारी संस्थानों में दी जा रही शिक्षा का सीधा परिणाम नहीं?मदरसों में पढ़ाया जाने वाला इस्लाममदरसों में किस तरह की शिक्षा दी जा रही है, उसका ऑडिट होना चाहिए। वहाँ के बच्चे-बच्चियों से पूछा जाना चाहिए कि काफिरों के बारे में उनकी क्या राय है, मौलवी उन्हें हिन्दू लड़कियों के साथ क्या करने की बातें सिखाता है, क्या वह उनके साथ अश्लीलता भी करता है आदि। ये बातें जानना आवश्यक है क्योंकि अगर, फ्रांस की तर्ज पर, हर राष्ट्र ने हर बच्चे को सरकारी स्कूल (या ग़ैरसरकारी जहाँ मजहबी कट्टरता सिलेबस का हिस्सा न हो) में ही शिक्षित करना शुरु नहीं किया, तो 2060 तक विश्व की सबसे बड़ी मजहबी आबादी बन चुका इस्लाम किस रूप में अपना प्रभाव दिखाएगा वो कल्पनातीत है।हाल ही में, असम सरकार ने कहा कि मदरसों में सरकारी पैसे नहीं दिए जाएँगे। उनका सीधा कहना था कि सरकार का काम मजहबी शिक्षा देने को बढ़ावा देना नहीं है। उसके उलट, राजस्थान में मदरसों के निर्माण, पुनरुत्थान आदि को ले कर करोड़ों रुपए जारी करने की बात की गई है। एक सेकुलर देश में सत्ता को किसी भी तरह के मजहबी कार्य का हिस्सा नहीं बनना चाहिए। सांस्कृतिक कार्य अलग है, क्योंकि संस्कृति राष्ट्र की धरोहर होती है, मजहबी कार्य अलग है।मदरसों की फंडिंग बंद होनी चाहिए क्योंकि शिक्षा का उद्देश्य बच्चों को बेहतर नागरिक बनाना होता है जो संविधान का सम्मान करे न कि वो यह सोचे कि शिया काफिर है, अहमदिया काफिर है, हिन्दू काफिर है, ईसाई काफिर है, यहूदी काफिर है, जैन काफिर है, सिक्ख काफिर है, बौद्ध काफिर है और काफिर तो किताब के अनुसार हत्या के योग्य है। जब आप बचपन से हर चलती-फिरती वस्तु को नुक़सान पहुँचा सकने वाला मानते हो, हर बिना टोपी-पैजामा वाला आपको काटने योग्य दिखता है, तब तो मौका मिलते ही तुम उसे मार ही डालोगे।ऐसे लोग विलक्षण प्रतिभा वाले होते हैं, जो जीवन और मृत्यु की कल्पना से परे, देश के कानून से ऊपर उठे हुए, किसी की भी हत्या करने के बाद डरते नहीं कि उनका क्या होगा, उनके परिवार का क्या होगा, समाज में उनके परिवार को लोग क्या कहेंगे…क्या यह इस्लामोफोबिया है?जब आप इस तरह की सीधी और स्पष्ट बातें करेंगे तो लोग तुरंत आपको इस्लामोफोब कह देंगे। जबकि, इस्लाम को उसके मूल रूप में जानना और समझना, उससे घृणा करना कैसे हो गया! इस्लामोफोब वाली बात नंगे राजा के कपड़ों वाली बात है कि इस्लामी आतंक को जो ‘कट्टरपंथी हमला’ नहीं कहेगा वो तो इस्लामोफोब है। अब, ऐसे में कौन आदमी स्वयं को खुल्लमखुल्ला इस्लाम से घृणा करने वाला कहेगा? उसने न तो किताब पढ़ी है, न ही आतंकियों की दिनचर्या को जानता है कि वो किस मजहब को, कैसे निभा रहा है, फिर उसे भी लगेगा कि ‘सही बात है, वो तो कट्टरपंथी हैं’।जबकि वही एकदम सही पंथ पकड़ कर आगे बढ़ रहा है, अगर वह पंथ कट्टरपंथ होता तो एक स्वर में सारे मुस्लिम इकट्ठा होते और हर घटना के बाद सामूहिक प्रतिक्रिया देते। लाउडस्पीकरों से मौलवी समझाता कि किसी की हत्या, किसी के बारे में दुर्भावना रखना, किसी दूसरे धर्म के लोगों को प्रति घृणा से जनित अपराध जहन्नुम ले जाता है। समाज को सुधारने की बात होती कि कट्टरपंथी मत बनो। आपने कितने मौलवियों को ऐसा बोलते सुना है? कितने ट्विटर हैंडल इसकी मुखर हो कर, बिना ‘इस्लाम का मतलब शांति है’ का प्रयोग किए बगैर सीधे शब्दों में कहते हैं कि गर्दन काटने वाला मुस्लिम था और मुस्लिम लोगों को ऐसा नहीं करना चाहिए।ऐसे लोगों की संख्या शून्य है। आप इस पर बात करते हैं, तो इस्लामोफोब का टैग आप पर वही लगाते हैं जो सच्चे मुस्लिम नहीं हैं, जिन्हें अपनी पाक पुस्तक का बिलकुल भी ज्ञान नहीं है। अगर आप कहते हैं कि फलाँ ने गर्दन काटी और वो सच्चा मुस्लिम था, तब तो इस्लाम के मूल मर्म को समझ गए हैं, जो इन्हें नकारते हैं, उन्हें स्वयं ही इस्लाम का कुछ भी ज्ञान नहीं।ऐसे आतंकी निजी जीवन में गहन रूप से मजहब का अध्ययन करने वाले, हर निर्देश और आदेश को सीधे अल्लाह का आदेश मानने वाले, स्वयं को मानवों में सबसे उत्तम समझने वाले, एक अलग स्तर के सुप्रीमेसिस्ट होते हैं। ये आपको हमेशा स्वयं से हीन सिर्फ इसलिए मानते हैं क्योंकि बचपन से उन्हें यही सिखाया गया है। इन्हें गजनवी, गौरी, नादिरशाह, बिन कासिम, ओसामा, बाबर, औरंगजेब सब हीरो दिखते हैं क्योंकि इन्होंने काफिरों पर हमला किया, उनकी स्त्रियों का बलात्कार किया, उनके मंदिर तोड़े, उनका सामूहिक नरसंहार किया, संस्कृति के हर चिह्न को आग लगा दी।कितने मुस्लिम आपको मिले हैं जो इतिहास की इन घटनाओं को लिए माफी माँगते हैं हिन्दुओं से? इन्हें उस बाबरी मस्जिद पर हिन्दुओं और भारतीय राष्ट्र से माफी चाहिए जो हिन्दुओं के मंदिर को तोड़ कर बनाई गई थी। इन्होंने हर नरसंहार को इस्लामी गौरव का परचम माना है। अगर ऐसा नहीं है तो ये छाती ठोक कर क्यों कहते फिरते हैं कि हमने तुम पर पाँच सौ साल राज किया? जबकि क्रूर सच्चाई यही है कि राज तुमने नहीं किया था बल्कि तुम्हारे पूर्वज भी उसी हिन्दू जनसंख्या का हिस्सा थे जिस पर बाहरी आक्रांताओं ने राज किया।भारतीय परिदृश्य में कमाल की बात यह है कि अरब में जिन लोगों को जलील किया जाता है, वो अपने आपको बादशाहों की संतान मानते हैं। अरब वाले जिन्हें अपने मजहब का मानने से इनकार करते हैं और इनके कन्वर्ट होने की अशुद्धि पर दुत्कारते हैं, वो भी स्वयं को जहाँपनाहों के पोतों से नीचे देखते ही नहीं। ये वैसी सच्चाई है जिस पर कोई बात करना नहीं चाहता, आप करेंगे तो तुरंत ‘तुम इस्लामोफोबिक हो’, ‘तुम घृणा फैला रहे हो’।मतलब, तुमसे आतंकी हमलों के बाद एक शब्द नहीं निकलता अपने मजहबी भाइयों को लिए, और हम अगर आतंकवादी को इस्लामी आतंकवादी कहें तो हम इस्लाम से घृणा करने वाले! मतलब, तुम काफिर कह कर हर हिन्दू को घृणा की निगाह से देखो, धर्म जान कर प्रेम की आड़ में बलात्कार करो और अपने बाप, भाई, चाचा, फूफा, मौसा आदि से बलात्कार करवाओ, उनकी हत्या करो, उन्हें अपने घरों को छोड़ने को मजबूर करो, और हम उन बातों पर बोलें तब इस्लामोफोबिक बन गए हम?जो जन्म से ले कर मृत्यु तक, इस विचार (या विकार) के साथ जीते हैं कि हर काफिर कत्ल के योग्य है, जिन्हें यह बात सामान्य लगती है कि गैरमुस्लिम या तो मार दिए जाएँ या उनका मजहब स्वीकार लें, उस घृणित सोच पर सवाल करना इस्लामोफोबिया कैसे है?मैक्राँ द्वारा उठाई गई हर बात चाहे वो किसी भी समाज में रह कर एक काउंटर सोसायटी बनाने की हो, या फिर मजहबी शिक्षा और अलग संस्कृति के नाम पर सरकारी स्कूल से बाहर ले जा कर बच्चों को शुरु से ही कट्टरपंथी बनाने की हो, या फिर इस्लामी अलगाववाद द्वारा राष्ट्रीय कानूनों को न मान कर अपने कानून को ही मानने की जिद से उपजा अंतिम लक्ष्य हो कि हर चीज उनके नियंत्रण में आ जाए, आज के संदर्भ में हर राष्ट्राध्यक्ष को बोलना चाहिए।जब तक आप एक सामाजिक विकृति को स्वीकारते नहीं, उसका उपचार असंभव है। चाहे हंगरी हो, पोलैंड हो, रुस हो या चीन, हर राष्ट्र ने अपने स्तर से इस वैश्विक कैंसर के मूल पर रोक लगाने की व्यवस्थाएँ की हैं। फ्रांस इन आतंकियों के निशाने पर पूरे दशक रहा है। शरणार्थी बन कर आए मुस्लिम, या वहाँ रह रहे मुस्लिमों ने पेरिस में कई बार, नीस, लेस लिस, ला डिफेंस, जो ले टूर्स, सेंट क्वेंटिन फलावियर, थेलीज, वैलेंस, मैगनविल, लेवालेइ पैरे, मर्साई, करकासोन, स्ट्रैसबर्ग, ल्योन आदि शहरों को अपने आतंक का निशाना बनाया है।यही हाल दुनिया के हर उस देश का है जहाँ इस्लाम अल्पसंख्यक है, या वहाँ ऐसे लोग शरणार्थी बन कर गए हैं, या वहाँ ये राजनीतिक रूप से कमजोर हैं, लेकिन ख्वाब पूरे देश को इस्लाम के नीचे लाने के हैं। इसलिए, पहले तो इस विकृति के कारणों को पहचानना होगा, जोर-जोर से बोलना होगा, लोगों के बीच चर्चा का विषय बनाना होगा, वृहद समाज में इसकी स्वीकृति पैदा करनी होगी कि इस मुद्दे पर बात करना इस्लामोफोबिया नहीं है, बल्कि राजा नंगा है। तुम्हें उसका नंगापन दिख रहा है, और तुम चिल्ला रहे हो कि वह नंगा है, तो भीड़ भले ही उसके पीठ पर बने बाघ की अदृश्य कलाकारी पर आहें भर रहा हो, तुम अकेले होने पर भी सही हो।इस्लामी कट्टरपंथ कुछ भी नहीं है, यह पाँच वक्त के नमाजी, टखने तक पाजामा पहनने वाले, इस्लाम के हर निर्देश का पालन करने वाले सच्चे मुस्लिम भाइयों को बुरा बताने की एक चाल है। स्कोडा-लहसुन तहजीब के सर्वोत्तम दौर में अपने इन मुस्लिम भाइयों को कट्टरपंथी कहने वालों की चाल को पहचानिए और उन्हें सच्चा मुसलमान कह कर यथोचित सम्मान दीजिए।

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