✴️कासगंज : निर्झर साहित्यिक संस्था, कासगंज द्वारा "हिन्दी-दिवस" के अवसर एक भव्य काव्य संध्या "काव्यानंद साहित्यिक पटल, कार्यालय पर आयोजित की ।
जिसकी अध्यक्षता डा० नगर के वरिष्ठ चिकित्सक एवं कवि डा० अखिलेश चन्द्र गौड़ ने की ने की, मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व संस्कृत विभागाध्यक्ष डा० सुभाष चन्द्र दीक्षित, विशिष्ट अतिथि डा० अजय कुलश्रेष्ठ तथा डा० वीरेन्द्र कुमार सिंह उपस्थित रहे । कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती का पूजन- अर्चन कर माल्यार्पण किया गया तथा दीप प्रज्ज्वलित कर, कार्यक्रम को विधिवत् उद्घाटित किया! डा० अखिलेश चन्द्र गौड़ द्वारा प्रस्तुत की गई सरस्वती वंदना "भारती वागेश्वरी श्वेताम्बरा माँ शारदे" के साथ काव्य- संध्या का सरस शुभारंभ हुआ । इसी क्रम में मनोज शर्मा 'शलभ' ने पढा़ - "मात्र भाषा नहीं, भारत की आशा है हिन्दी " दिनेश उपाध्याय 'जीवन' ने पढा़- "तन से वंदन मन से वंदन, हिन्दी भाषा का है अभिनंदन" संस्थाध्यक्ष डा० राम प्रकाश 'पथिक' ने पढा़ - "हों पुष्ट विधाएं हिन्दी की, रखना गरिमाएं हिन्दी की" कार्यक्रम के संचालक अखिलेश सक्सेना ने अपनी प्रासंगिक प्रस्तुति में कहा- "हिन्दी है अपनों की भाषा,हिन्दी अपना गान है, चहुँदिश हिन्दी गूँजती रहती, ऐसा हिन्दुस्तान है" काव्यानंद पटल के संस्थापक तथा कार्यक्रम के संयोजक डी० पी० शर्मा 'भ्रमर' ने पढा़ - "भाषाओं में नेक है, हिन्दी का उपहार "। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डा० अखिलेश चन्द्र गौड़ ने अपनी अनूठी प्रस्तुति में कहा- "जन- जन की भाषा अभिलाषा इतिहास धरोहर है हिन्दी, महलों से झोपड़ पट्टी तक, भारत माँ का स्वर है हिन्दी" मुख्य अतिथि डा0 सुभाष चन्द्र दीक्षित ने कहा- "हिन्दी परम समृद्ध, मधुर ललित भाषा है" डा० वी० के० सिंह, नीरज कुमार ,ने भी अपनी सुन्दर प्रसतुतियां दी । कार्यक्रम में आदर्श सक्सेना एडवोकेट, चिराग शर्मा, आलोक सक्सेना, अमित शर्मा, अतुल सक्सेना, कृष्णा शर्मा, लव उपाध्याय, प्रियंका, आयुशी, कुश आदि उपस्थित रहे | किशोर शर्मा ने सभी अतिथियों एवं श्रोताओं के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया ।
Comments
Post a Comment
सच्ची पहल समाचार में आपका स्वागत है आप अपने सुझाव विचार एवं शिकायत हमें व्हाट्सएप करें : 8273195247
आप हमें ईमेल भी कर सकते हैं - sachchipahal@gmail.com