✴️बोले BJP सांसद- किसान नहीं खालिस्तानी या आतंकी हैं आंदोलनकारी । बीजेपी सांसद ने कहा ने आंदोलनकारियों को खालिस्तानी, आतंकी, दलाल बताया है। उन्होंने किसान नेता पर भी जमकर तंज किये हैं।
सीकर : बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कहा ने आंदोलनकारियों को खालिस्तानी, आतंकी, दलाल बताया है। उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत पर भी जमकर तंज किये हैं। उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने राजस्थान के सीकर में आंदोलनकारी किसानों पर कड़े प्रहार किये हैं। उन्होंने कहा कि जो आंदोलन कर रहे हैं वे किसान नहीं हैं। वे या तो खालिस्तानी हैं, या आतंकी हैं या दलाल हैं या फिर किसी राजनीतिक पार्टी के कुछ लोग हैं। उन्होंने भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पर हमला करते हुए कहा कि वे 2014 में हमारे प्रत्याशी के सामने लोकसभा चुनाव लड़े थे। उन्हें 9 हजार वोट भी नहीं मिले थे। जिस व्यक्ति को 9 हजार वोट भी न मिले हो, वह आज धरती तलाशने के लिए किसान का आंदोलन लेकर खड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान और पंजाब में कांग्रेस की सरकार है। वहीं से उक्त आंदोलन को पुश किया जा रहा है। यह राजनीतिक स्टंट के अलावा और कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के बाॅर्डर पर ही क्यों आंदोलन हो रहा है। क्या यूपी में किसान नहीं है, मध्य प्रदेश और हरियाणा में किसान नहीं हैं। वे तो आंदोलन नहीं कर रहे हैं। वे तो खेतों में किसानी कर रहे हैं। दिल्ली बाॅर्डर पर सिर्फ एक तमाशा हो रहा है। साक्षी महाराज ने कहा कि कानून में काला क्या है, हम बताएं, हम उसे सफेद कर देंगे। लेकिन कोई बताता ही नहीं है कि बिल में काला क्या है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कुछ नहीं रह गया है। इसी के तहत सिर्फ तमाशा किया जा रहा है।
🏦हड़ताल-निजीकरण के खिलाफ फूटा बैंक कर्मचारियों का गुस्सा ।
सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में 10 लाख कर्मचारी आज करेंगे हड़ताल, आम आदमी को लेन-देन में होगी परेशानी ।
दिल्ली : सरकारी बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (UFBU) ने सोमवार से दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है। दो दिवसीय हड़ताल से बैंक के लेन देंन को लेकर लोगों को दिक्कत आ सकती है। यूएफबीयू के इस हड़ताल में सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) समेत कई बैंकों के करीब दस लाख कर्मचारी हड़ताल में शामिल होंगे। दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले महीने पेश आम बजट में सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव रखा है।
सरकार ने अगले वित्त वर्ष में विनिवेश के जरिये बड़ी राशि जुटाने का प्रस्ताव किया है। सरकार इससे पहले आडीबीआई बैंक में अपनी अधिकांश की हिस्सेदारी भारतीय जीवन बीमा निगम को बेच चुकी है। पिछले चार साल में सार्वजनिक क्षेत्र के 14 बैंकों का विलय किया जा चुका है। सरकार अपने इस प्रस्तवा को वापस ले आल इंडिया बैंक एम्पलायीज एसोसियेसन की तरफ से इसके पहले 4, मार्च 9, और 10 मार्च को मुख्य श्रम आयुक्त के साथ हुई बैठक हुई हैं। लेकिन बैठक में कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकलने पर एआईबीईए की तरफ से 15 और 16 मार्च 2021 को लगातार दो दिन हड़ताल का फैसला किया गया है। बैंकों के करीब 10 लाख कर्मचारी और अधिकारी इसमें भाग ले रहे हैं ।
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