👉लख़नऊ : विधान सभा सचिवालय गेट नंबर 7 के बाहर पार्किंग में दरोगा ने खुद को मारी गोली, मौत ।
बंथरा थाने में तैनात विधानसभा सत्र में लगी थी ड्यूटी, अन्य साथियों का कहना है कि डिप्रेशन में चल रहे थे मृतक दरोगा ।
👉 चार लड़कों के साथ घर से भागी लड़की शादी को लेकर हो गई कन्फ्यूज, कैसे किया शादी के लिए लड़के का चुनाव ।
उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर के टांडा इलाके में चार लड़कों के साथ भागी एक लड़की शादी किससे करे इसे लेकर कन्फ्यूज हो गई। वह यह तय नहीं कर पा रही थी कि शादी किससे करे। उसे ये ही समझ नहीं आ रहा था उसे कौन सा लड़का ज्यादा पसंद है। तब यह मामला पंचायत में गया और अंतत: लकी ड्रा कराने का फैसला करना पड़ा।
मामला अंबेडकरनगर के टांडा कोतवाली के अजीमनगर थाना क्षेत्र का है। इसकी चर्चा पूरे जिले में हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार लड़की का कन्फ्यूजन इतना बढ़ा कि बाकायदा पंचायत बैठी । फिर पर्ची डालकर फैसला किया गया। पांच दिन पहले लड़की इन चार लड़कों के साथ घर से भाग गई थी। लड़कों ने लड़की को दो दिन अपनी रिश्तेदारी में छिपाए रखा लेकिन उसके बाद पकड़े गए। लड़की के परिवारवाले लड़कों के खिलाफ मुकदमे की तैयारी करने लगे, इसी बीच मामला पंचायत में चला गया। पंचायत ने शादी करने का प्रस्ताव रख दिया। जब लड़की से पूछा गया तो वो यह तय नहीं कर पा रही थी कि आखिर वह किसे अपना पति बनाए।
✴️पंचों ने तीन दिन मंत्रणा के बाद लिया फैसला
उधर, लड़के भी उससे शादी करने तैयार नहीं थे। चारों में से एक भी लड़का अपनी मर्जी से उससे शादी नहीं करना चाहता था लेकिन पंचायत के कहने पर उन्हें पर्ची डालकर लिए गए फैसले को स्वीकार करना पड़ा। बताया जा रहा है कि पंचों ने तीन दिन तक बंद कमरे में इस समस्या पर मंत्रणा कर शादी के फैसले का यह तरीका निकाला।
✴️बच्चे ने निकाली पर्ची
पंचायत के फैसले के बाद चारों लड़कों के नाम की पर्ची एक कटोरी में डाली गई। फिर एक छोटे बच्चे से इसमें से एक पर्ची उठाने को कहा गया। बच्ची के पर्ची निकालने के बाद यह मामला सुलझ गया। लड़की की शादी उस लड़के से तय हो गई जिसका नाम पर्ची में निकला था।
👉एटा : भाभी ने ननद को नशीला पदार्थ खिलाकर कराया दुष्कर्म, वीडियो बनाकर करने लगी ब्लैकमेल
जिले की एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसकी भाभी ने उसे बेहोशी की दवा खिलाकर दुष्कर्म करवाया और बेहोशी की हालत में उसका आपत्तिजनक वीडियो बना लिया है। इस वीडियो के आधार पर उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है और छह महीने से उसके साथ बलात्कार किया जा रहा है।
पुलिस ने बताया कि पीड़िता ने मंगलवार को इस बाबत शिकायत दी थी जिस पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।पीड़िता का आरोप है कि वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसे चुप रहने के लिए मजबूर किया गया। उसने यह भी आरोप लगाया कि पिछले छह महीनों से उसे ब्लैकमेल कर उसका बलात्कार किया जा रहा था।
👉अजीत सिंह की हत्या की साजिश में पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह पर 25 हजार का इनाम ।
जौनपुर से बहुजन समाज पार्टी से सांसद रहे धनंजय सिंह की मुश्किलें धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही हैं। लखनऊ में आजमगढ़ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या के मामले में लखनऊ पुलिस ने फरार चल रहे धनंजय सिंह पर 25 हजार रुपया का इनाम घोषित कर दिया है।
उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीमें भी लखनऊ के साथ जौनपुर तथा हैदराबाद में धनंजय सिंह की तलाश में लगी हैं। इसी बीच गुरुवार को लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने धनंजय सिंह पर 25 हजार रुपया का इनाम घोषित कर दिया है। अब बाहुबली धनंजय सिंह की मुश्किलें काफी बढ़ेंगी।
पूर्वांचल के बाहुबली और पूर्व सांसद धनंजय सिंह की लखनऊ के चर्चित अजीत सिंह मर्डर केस में गिरफ्तारी के लिए पुलिस के काफी बड़ा अभियान छेडऩे के बाद अब योगी आदित्यनाथ सरकार हाईकोर्ट से मिली उनकी जमानत निरस्त कराने की तैयारी में है।
गृह विभाग ने धनंजय की जमानत निरस्त कर उन पर कानूनी शिकंजा कसने के लिए हाई कोर्ट में नियुक्त सरकारी वकीलों से राय मांगी है। उम्मीद है कि वकीलों की हड़ताल खत्म होने के बाद हाईकोर्ट खुलने पर इसके लिए जरूरी औपचारिक प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। हाईकोर्ट से जमानत निरस्त होने की सूरत में धनंजय सिंह की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी और गिरफ्तारी के बाद दोबारा जेल भेजे जाने पर उसे आसानी से जमानत भी नहीं मिल सकेगी।
लॉकडाउन के दौरान जौनपुर में कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक को धमकाकर उससे रंगदारी मांगने के मामले में धनंजय को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बीते वर्ष 27 अगस्त को धनंजय सिंह की अर्जी मंजूर करते हुए सशर्त जमानत दी थी।
लखनऊ में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए गिरधारी के बयान के आधार पर धनंजय सिंह को आरोपी बनाया गया। बीती रात लखनऊ समेत कई ठिकानों पर छापेमारी कर दो जगहों पर गिरफ्तारी वारंट की नोटिस भी चस्पा की गई थी। अजीत सिंह को गोली गिरधारी ने ही मारी थी।
बीते वर्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल की गई जमानत अर्जी में धनंजय सिंह ने कोर्ट में खुद ही अपनी हिस्ट्रीशीट पेश की थी। धनंजय की तरफ से दाखिल हलफनामे में बताया गया था कि उसके खिलाफ कुल 38 केस दर्ज हैं। 38 मामलों में से 24 में वह बरी हो चुका है। एक मुकदमे में वह डिस्चार्ज हैं। चार मुकदमों में फाइनल रिपोर्ट लग चुकी है। तीन केस सरकार की तरफ से वापस हो चुके हैं, इस तरह अब उसके खिलाफ सिर्फ पांच मामले ही बचे हैं।
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